यह संस्थान विमान प्रचालकों, स्वामित्व धारकों तथा सामान्य विमानन प्रचालकों को विमानन संरक्षा, ओवरहॉल एवं अनुरक्षण, एस.एम.एस. इत्यादि से संबंधित मामलों तथा सरकार एवं विनियामक एजेंसियों को विमानों के अनुरक्षण, प्रचालन तथा हैलीपोर्टों के विकास, देश में अवसंरचना सुविधाओं के अनुरक्षण इत्यादि से संबंधित मामलों पर नियमों एवं विनियमों के निर्माण तथा कार्यान्वयन में सहयोग प्रदान करता है ।
इस संस्थान द्वारा सामान्य विमानन प्रचालकों, राज्य सरकारों तथा उद्योग के अन्य भागीदारों को निम्नलिखित क्षेत्रों के लिए प्रशिक्षण भी आयोजित किए जाते हैं :-
1. पुनरावर्ती प्रशिक्षण, निपुणता जांच, सीआरएम, खतरनाक सामान के प्रति सचेतना, विशेष वीएफआर, आपात्त जीवन रक्षण, तथा नागर विमानन अपेक्षाओं के अनुसार अपेक्षित सिम्यूलेटर एवं ग्राउंड प्रशिक्षण ।
2. सामान्य विमानन प्रचालकों को अपने संगठन में संरक्षा प्रबंधन प्रणालियों की स्थापना के लिए सहायता प्रदान करना ।
3. विमानन विद्यार्थियों के लिए कार्यगत प्रशिक्षण
4. परिचालन एवं अनुरक्षण सुविधाओं का तृतीय पक्षकार लेखा परीक्षा । विमानन जोखिम मूल्यांकन एवं शमन ।
5. आपात्त प्रतिक्रिया योजना
6. अपतटीय तेल कुओं, हैलीपैडों तथा हैलीपोर्टों का संरक्षा लेखा परीक्षा
7. संरक्षा नीतियों /मानकों का विकास तथा प्रचालन मैनुअल, मानक प्रचालन प्रक्रियाओं का निर्माण
8. नागर विमानन महानिदेशालय के दिशानिर्देशों के अनुसार प्रक्रियाएं, संरक्षा मैनुअल
9. बाजार सर्वेक्षण, व्यावसायिक अनुसंधान तथा व्यवहार्यता अध्ययन
10. वीआईपी तथा चुनाव उड़ानों के लिए संरचित पाठ्यक्रम
11. छोटे प्रचालकों के लिए ओवरहॉल एवं अनुरक्षण सुविधाओं की स्थापना अथवा उपलब्धि